गीत
इंहा के माटी §§§ चन्दन हे गा
छत्तीसगढ़िन दाई ला बन्दन हे गा
१)गीत गावय कोयली तान देवय मैना-
गुरतुर गुरतुर जिंहा के बोली बैना
मंदरस कस भाखा,दुख भंजन हे गा
छत्तीसगढ़ दाई......
२)पांव मढ़ावय सुरूज भिनसरहा बेरा-
कोरा कौशल्या के अऊ शबरी के डेरा
बछर बारा घुमे जिहां,रघुनंदन हे गा
छत्तीसगढ़ दाई.......
३)महिमा बतावय जेखर डोंगरी पहारी-
रूखवा नरवा तरिया तोर करय चारी
माथ नवांवय जेला,साधु सन्तन हे गा
छत्तीसगढ़ दाई.......
रचना- श्रवण साहू
गांव-बरगा जि-बेमेतरा
मो. - +918085104647
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