।।। हरेली गीत ।।।
- श्रवण साहू
आय हे हरेली आय हे हरेली,
सुनव संगी अऊ नँघरिया
जाबो अमरईया गाबो ददरिया,
चलव चलव जँहूरिया।²
१)गेंड़ी मा चड़बो रस्ता गड़बो,
आनी बानी पेड़ लगाबो,
खो-खो खेलबो झुलना झुलबो,
पूरखा के रीत बचाबो,
*आगे हे बेरा नईहे अगोरा.... ²
मेहनत करबो हलधरिया
जाबो अमरईया....
२)बड़े भिनसरहा धनहा डोली मा,
गुड़हा चिला गड़ाबो,
नागर बिंधना टंगिया धोके
ठाकुर देव ला मनाबो,
*सुमर सुमरनी देवी देवता के... ²
झूमर बरसाही बदरिया
जाबो अमरईया.....
रचना- श्रवण साहू
गांव - बरगा थानखम्हरिया
मोबा. -8085104647
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