बुधवार, 29 जुलाई 2015

हायकू के बारे मा

सबो संगी मितान ला श्रवण साहू के राम राम जय जोहार अऊ पायलगी,  आज मोला नवा जिनिस सिखे बर मिलिस,  जेला काव्य के भाखा मा हायकू  कहिथे। 
                                ये हायकू हा शब्द, मात्रा, अऊ वाक्य ले बंधे एक रचना आय।
जेन हा 3 पंक्ति के रहिथे,  जेकर पहिली पंक्ति अऊ आखिर मतलब तिसरा पंक्ति मा शब्द के संख्या पांच - पांच अउ वाक्य के संख्या दू रहिथे। बीच के मतलब दूसरा पंक्ति मा शब्द संख्या सात अऊ वाक्य के संख्या तीन रहिथे, येमा मात्रा के गनती नई करे जाय।
उदाहरण -

जाबे बजार,
12,1 2 3 = 5
लालेबे तैहा खोवा,
1 2 3, 1 2, 1 2 = 7
मनभर खा।
1 2 3 4,1 =5

           - श्रवण साहू

अईसनहे किसीम ले महु  हा छत्तीसगढ़िया  किसान के दिनचर्या ला हायकु के माध्यम ले थोरकुन बताय के प्रयास करत हव

हायकू

बिहना होगे,
संगी सब जागव,
राम जापव,

नहाव चलो,
नदिया मा बढ़िया,
मजा पावव,

रातके बोरे,
महीबासी ला खाके
खेत जावव,

पाव परव,
धरती मईया के,
भाग जगाव,
       
  ✏श्रवण साहू
गांव-बरगा थानखम्हरिया

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