मंगलवार, 30 जून 2015

अब के जमाना

  आज के जमाना

अईसन जमाना आगे रे भईया,
पानी हा पईसा मा बेचाय,
गऊ माता ला परिया मा छोड़य
अऊ कुकुर ला संग खेलाय..

कमावत हे पईसा भारी,
जेन हा मारे झूठ लबारी,
सत के रस्ता मा जेन चलय,
भुखन ओकर बेटा, नारी,

कलयुग अईसन छागे रे भईया
छल कपटी के जेब भराय
अईसन जमाना आगे रे भईया,
पानी हा पईसा बेचाय....

दान धरम मा सत मानुष के,
कोठी हा होगे ऊन्ना,
कईसे मा चलही जिनगानी,
ईही बात के होगे गुन्ना ,

सुख के दिन भागे रे भईया,
सबके हिरदय मा पाप समाय
अईसन जमाना आगे रे भईया,
पानी हा पईसा मा बेचाय,

ईमान घलो हा अब,
रिसवत मा खरीदागे,
मार दे जात हे निर्दोषी अऊ,
अपराधी मन हरियागे,

पापी के जमाना जागे रे भईया
साधु संत जेल भराय
अईसन जमाना आगे रे भईया,
पानी हा पईसा मा बेचाय!
    
      ✏श्रवण साहू
   गांव-बरगा थानखम्हरिया(छ.ग.)
   मोबा. +918085104647

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