मंगलवार, 30 जून 2015

छत्तीसगढ़िया के हाल

       💐बिडम्बना💐

कईसन हाल होगे संगी छत्तीसगढ़ के,
कईसन हाल होगे न

छत्तीसगढ़ सरकार काहत हे,
छत्तीसगढ़ मा अढ़हा मनखे के हे बासा
बहिर ले गुरूजी लाबो, होगे बुद्धि के नासा

ईंहा के गुरूजी मन हे बड़ा कमजोर,
बाहिर के गुरूजी मन रही बड़ा सजोर,

ईही सब बात मा बवाल होगे न, 
हमर छत्तीसगढ़ के अईसन हाल होगे न...

मै कहिथव..

कोन नई जानय मोर छत्तीसगढ़ के इतिहास ला,
बड़े बड़े ऋषि मुनि के सुघ्घर रहिवास ला,

देवता मन घलो ईंहा अवतार धरके आये हे,
छत्तीसगढ़ के मनखे ला अतेक ग्यान बताये हे,

तभो ले का छत्तीसगढ़ हा बुध्दि बर कंगाल होगे गा
हमर छत्तीसगढ़ के अईसन हाल होगे न..

खोजबे तब मिलही गा हमर राज के हीरा हा,
काबर बिना खोजे तो मिलय नही बारी के खीरा हा,

बाहिर कांहा खोजबे दाऊ ईंहे पाबे  बड़े ग्यानी ला,
पईसा के लालच मा काबर लाबे बाहिर के अग्यानी ला,

हमर छत्तीसगढ़िया दुलरवा के जंजाल होगे न.
हमर छत्तीसगढ़ के अईसन हाल होगे न..

का हमला सिखाही वोहा हमर भुईयां के संस्कृति ला,
छत्तीसगढ़िया ले बढ़िया कोन जानही माटी के प्रकृति ला

पाश्चात्य सभ्यता ला बता के भुलवार देहि हमर सभ्यता ला,
पर्यावरण के नाश करवाके तोड़वा देही हमर रम्यता ला,

अपने कस लड़े बर सिखोही, संगी ला मितान संग मा
सबो झन रंग जाबो हमन, बाहिर के गुरूजी के रंग मा

ये बात ला सोंच के मोर बारा हाल होगे न
हमर छत्तीसगढ़ के अईसन हाल होगे न..

जेन नई जानय हमर भुईयां के पीरा वो गुरूजी के का काम,
मोर छत्तीसगढ़ के ग्यानी शिक्षक तोला करव सलाम,

कर्तव्य ला सिरिफ निभाये बर परही तब बन जाही बात,
कर्तव्य करईया ला घलो कुछू चाही वोखरो हे फरयाद,

बिन पानी दे तो फुल हा नइ खिलय हो जाही दूसवार,
बिना खोय डोंगा हा घलो डूब जथे बीच मझधार,

ईही बात के अनजान मा ये हाल होगे न..
हमर छत्तीसगढ़ महतारी के कईसन हाल होगे न..

   ✏श्रवण कुमार साहू
   गांव- बरगा, बेमेतरा(छ. ग.)
   मोबा. +918085104647

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें